उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना क्या है

मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना का प्रारंभ यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी ने किया इस योजना का नाम उप मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना है। इस योजना का लाभ ऐसे विद्यार्थियों का मिलेगा जो शोध करने में लगे हुए हैं। अगर आप भी उत्तर प्रदेश के ऐसे विद्यार्थियों में आते हैं जो की रिसर्च करते हैं तो आप भी इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों कोफेलोशिप के रूप में ₹30000 महीना दिया जाएगा।आज के इस लेख में उप मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के बारे में हम विस्तार पूर्वक जानेंगे। 

फेलोशिप क्या है

बहुत सारे विद्यार्थी के मन में यह प्रश्न उठता रहता है की क्या छात्रवृत्ति और फैलोशिप एक ही है या अलग-अलग। फेलोशिप हो या छात्रवृत्ति दोनों का उद्देश्य एक ही होता है विद्यार्थी को वित्तीय सहायता प्रदान करना। परंतु यहां पर हम स्कॉलरशिप और फेलोशिप के अंदर उलझा के रह जाते हैं कि इसके अंदर अंतर क्या होता है तो इसके अंदर मात्र इतना फर्क होता हैकी स्कॉलरशिप यानी छात्रवृत्ति सिर्फ प्रारंभिक कक्षा से लेके स्नातक डिग्री तक दी जाती है जबकि फेलोशिप के अंदर स्नातक से ऊपरकिसी विशेष संस्थान विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी में रिसर्च कर रहे छात्रों को दी जाती है।

मुख्यमंत्री फेलोशिप 2

यूपी सीएम फेलोशिप योजना का उद्देश्य 

मुख्यमंत्री फैलोशिप योजना का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के ऐसे युवाओं को सरकार के साथ सहभागिता का विशेष अवसर प्रदान करना है जो कि किसी अनुसंधान केंद्र के अंदर रिसर्च कर रहे हो। मेधावी छात्रों को सरकार के द्वारा आर्थिक सहायता राशि प्रदान करना जिनसे उनके शोध कार्य में आसानी पैदा हो। निम्न बिंदुओं के मदद से आइए समझते हैं उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

  • इस योजना का सब से मुख्य उद्देश्य यह है की प्रदेश से मेधावी छात्रों को चयन करना जो स्नातक डिग्री में कम से कम 60% प्राप्तांक हासिल करें। या इस से उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हों।
  • राज्य सरकार की मानसा है की ऐसे विधार्थी को इस फेलोशिप प्रग्राम के मदद से राज्य के विकास खंड में चल रही योजनाओं के सर्वेक्षण और अध्ययन क्रयों पर शोधार्थी का चयन किया जाए।
  • इस योजना एक पहलू ये भी है की ऐसे युवाओं को सरकर की नीति बनाने में, प्रबंधन क्रियान्वयन के कार्यों में सहयोग का मौका दिया जाए।

यूपी सीएम फेलोशिप योजना के लाभ

उत्तर प्रदेश फेलोशिप योजना का लाभ विधार्थी को बहुत सारा है जो की निम्न है।

  • इस योजना के आवेदक में जो भी विधीयर्थी चयनित होंगे उन्हें 30000 रुपये हर महीने दिए जाएंगे।
  • ऐसे मेधावी छात्रों का राज्य के विकासखं, योजना नीति, प्रबनध, कर्यक्रम के अंतर्गत शोध क्रयों में लगे विधारतियों का सीधा सिलेक्शन
  • शोध कर रहे छात्रों को टूर में जाने के लिए 10,000 रु हर महीने दिए जाएंगे।
  • स्कालर्स को टैबलेट खरीदने के लिए 15,000 रुपये का एक बार भुगतान किया जाता है। यह टैबलेट उन्हें रिसर्च, डाटा विश्लेषण तथा मॉनिट्रिंग के कार्य मे मदद करता है।
  • चयनित छात्रों को विकासखंड में रहने के लिए आवास की सविधा दी जाएगी।
  • 1 साल के अंदर 12 दिन का अवकास की अनुमति।
  • ऐसे छात्र जनहित में जारी योजनाओं में सरकार की मदद करना।

पात्रता मापदंड

यूपी सीएम फेलोशिप योजना के लिए पात्र होने के लिए, आपको निम्न मानदंडों को पूरा करना होगा-

  1. निवास: आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  2. शिक्षा: आवेदक किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से न्यूनतम 60% अंकों के साथ स्नातक की पढ़ाई पूरी की हो।
  3. आयु सीमा: आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि तक आवेदकों की आयु 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  4. भाषा निपुणता: हिंदी पढ़ने और लिखने में महारत अनिवार्य है।
  5. उपयुक्त अनुभव: प्रकाशित लेख, नीति पत्र, शोध पत्र, परियोजना मूल्यांकन और निगरानी जैसे क्षेत्रों में उपयुक्त कार्य अनुभव वाले आवेदकों को प्राथमिकता दी जाती है।
  6. कंप्यूटर कौशल: आवेदकों के पास उत्कृष्ट कंप्यूटर कौशल होना चाहिए।  सूचना और संचार टेकनोलॉजी ऐपलीकेशन का इस्तेमाल करने में कुशल होना चाहिए।
  7. क्षेत्र में काम करने की इच्छा: आवेदकों को क्षेत्र में काम करने और अपने निर्दिष्ट नगर निकायों के विकास में सक्रिय रूप से योगदान करने के लिए तैयार होना चाहिए।

उत्तर प्रदेश फेलोशिप योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़

इस योजना में भाग लेने के लिए आपके पास निम्न डाक्यमेन्ट होना चाहिए।

  • जाति प्रमाण पत्र
  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज़ फोटो
  • ईमेल आईडी
  • मोबाइल नंबर
  • आय प्रमाण पत्र
  • graduation marksheet
  • कंप्युटर या आईटी प्रमाण पत्र

उत्तर प्रदेश फेलोशिप योजना की मुख्य शर्तें

  1. इस फेलोशिप में चयन होने के बाद आप किसी भी दूसरी असाइनमेंट नहीं कर सकते न ही कोई फूल टाइम पढ़ाई कर सकते हो या कोई रोजगार भी नहीं कर सकते इस अवधि में।
  2. इस फेलोशिप में काम करने के बाद ये आवश्यक नहीं की आप परमानेंट नौकरी रहेगी इस अवधि पूरी होने पर आप इस योजना से बाहर भी होसकते हैं।
  3. इस योजना में चयनित छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए की इस अवधि में आपको यात्रा भी करना पड़ पड़ सकता है कार्य हेतु।
  4. कार्य अवधि के टाइम दूसरे कर्मचारी के ड्यूटी टाइम की तरह आप की भी वही टाइम रहेगी।
  5. आपका सिलेक्शन होने के बाद यदि आपको ऑफर लेटर मिलता है तो आपको अगले 30 कार्यात दिन में सम्बंधित कार्यालय में अपना योगदान देना अनिवार्य होगा। अन्यतः आपका सिलेक्शन रेजेक्ट होसकता है
  6. फेलोशिप योजना में कार्य करने के अवधि में आप किसी राजनीतिक आंदोलन में भाग नहीं ले सकेंगे।
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